Header Ads Widget

Responsive Advertisement

Ticker

6/recent/ticker-posts

अंक विद्या ज्योतिष का ज्ञान

अंक विद्या ज्योतिष 

 - 

हमारे ऋषि मुनि महान थे उन्होंने कई ऐसे ग्रन्थ लिखे जिसकी मदद से इन्शान अपने जीवन के दुखो को आसानी से दूर कर सकता है कुछ ग्रन्थ संस्क्रत भाषा के कम ज्ञान के कारण हमारे देश में ही विलुप्त होने की करार पर है वही कुछ यूरोप के देशो में चले गये जिन्हें वो अब अपनी उपलब्धि बताते है मे आज आपको अंक शास्त्र या ज्ञान के बताने जा रहा हू 


अंक ज्ञान 

वह है जिससे आप अपना या किसी का भी अंक निकाल कर बता सकते है यदि किसी को भी ये अपना अंक पता लग जाये तो वो अपने जीवन में काफी सफल हो सकता है विस्तार से बताऊ तो बात ये है हर इन्शान का एक अंक होता है जिससे उसके जीवन में शुभ या अशुभ घटनाये होती होती है . अगर किसी इन्शान को अपना शुभ अंक पता लग जाए तो वह अपने महत्वपूर्ण कार्य शुभ अंक वाले दिन करने से उसे 100% सफलता जरुर मिलती है और शत्रु अंक पता लग जाये तो वह उस दिन सतर्क रहता है. क्योकि उस दिन उसके साथ कुछ अशुभ घटनाये हो सकती है अंक शास्त्र इतना गहरा है है जिसे जानने के बाद इन्शान किसी के भी दुःख दर्द काम म्रत्यु सब कुछ ज्ञात कर सकता है. आपको एक उदाहरण देता मे अपने देश का अंक निकालू तो मुझे मिलता है – 

BHARAT VARSHA
2,5,1,2,1,4,6,1,2,3,5,6 = 33 (3+3) = 6

भारतवर्ष का नामांक 6 है अतः 6 संख्या से सम्बन्धित मास दिवस वर्ष आदि में शुभाशुभ घटनायें अधिकाधिक होती हैं। 

1. अपने देश मे 24-1-1950 को संविधान लागू = 24 (2+4) =6 
2. गाँधी की प्रसिद्ध डंडी यात्रा 6 (अप्रैल) को हुई = 6 
3. अपना देश भारत स्वतंत्र हुआ 15 (अगस्त 1947) = 6 
4. पं. जवाहर लाल नेहरू देश के प्रथम प्रधान मंत्री बनें 15(अगस्त 1947)=6
 5. डा. राजेन्द्र प्रसाद प्रथम राष्ट्रपति चुने गए 24 ( जनवरी 1950) = 6 
6. सरदार बल्लभ भाई पटेल का निधन 15 (दिसम्बर 1950) = 6 
7. भारत पाक का प्रथम युद्ध हुआ 6.9.1965 = 6 
8. श्रीमती इन्दिरा गाँधी प्रधानमंत्री बनी 24.1.1966 = 6 
9. श्री वी.वी. गिरि भारत के राष्ट्रपति बने 24.8.1969 = 6 
10. डाॅ. फखरूद्दीन अली अहमद राष्ट्रपति बने 24.8.1974 = 6 
11. मोरारजी देसाई ने प्रधानमंत्री पद की शपथ ली 24.1.1977 = 6 
12. भारतीय जनता पार्टी का गठन हुआ 6.4.1980 = 6 
13. आचार्य विनोवा भावे का निधन 15.11.1982 = 6 
14. मोरारजी देसाई भारत रत्न बनें 24.8.1991 = 6 
15.जलियांवाला अग्निकाण्ड हरियाणा (400 बच्चो की मृत्यु) 24.12.1995 = 6 
16. पटना उच्च न्यायालय में लालू यादव की अर्जी, नामंजूर 24.7.1997 = 6
17. काठमाण्डू से इंण्डियन एयर लाइन्स के एयर बस सहित 189 यात्री का अपहरण 24.12.1991 = 6

एसी बहुत जी घटनाये है जो अंक शास्त्र को पूर्णता शाबित करती है मेरी नजर में यह शास्त्र बहुत सरल है जिसके जरिये कोई भी आसानी से ज्ञान प्राप्त कर सकता है, 


अब आपको में अंक निकालना सिखाता हू –


आप तीन चीज़े अपने दिमाख में रख लीजिये नामांश , भाग्यांस , मुल्यांक  

मुल्यांक – 

यह किसी भी इन्शान की जन्म के समय तारीख को जोड़ने पर मिलता है जेसे की मे 04-03-1995 को जन्म लिया तो मेरा मुल्यांक  0+4 = 4 होगा

भाग्यांस -


यह पूरी जन्म तिथि को जोड़ने पर बनता है जेसे की मेरा जन्म 04-03-1995 है तो मेरा भाग्यांश होगा – 0+4+0+3+1+9+9+5 = 31 या 3+1 = 4 होगा 

नामांश – 

इसको निकलाने के लिए आप किताब में दिये हुए अंग्रेजी अक्षरों के अंको के हिसाब से निकाल सकते है जैसे मेने अभी भारत वर्ष का निकाला . 


इसको निकालने के बाद आपको जो अंक प्राप्त हुए है उनसे आप इन अंको के स्वामी ग्रह और इन अंको के मित्र या शत्रु अंक जान सकते है

 .... मै पूरी जानकरी इस पोस्ट के माध्यम से दे दू यह संभव नही है क्योकि अंक शास्त्र पर कई किताबे है जिनको पढने के बाद ही आप जीवन, म्रत्यु , कार्य , लाभ हानि , प्रगति , दुःख , दर्द  तथा किसी के भी मन की बात जान सकते है . आप सभी के सुविधा के लिए मे पिछले कुछ दिनों से App पर काम कर रहा हू जिसके माध्यम से मै हमारे विलुप्त होते शास्त्र के ज्ञान को लोगो को पहुचाना चाहता हू आंगे आने वाले समय में , मै खुद ज्योतिष ज्ञान आप सभी को फ्री में देने की कोशिश करूँगा. मैंने App का लिंक दे दिया है जिसकी मदद से आप  शास्त्रों की सभी किताबे फ्री में पढ़ सकेंगे . यदि आपको अंक शास्त्र में कोई भी समस्या आती है या कुछ पूछना हो तो आप वे झिझक पूछ सकते है 


धन्यवाद , 






1.सरल अंक ज्योतिष

https://drive.google.com/file/d/1ZR01Z9RB23u7kVGIgm47azp3ohOkDS73/view?usp=sharing

2.अंक विद्या ज्योतिष

https://drive.google.com/file/d/1rIKiN8hnlPTVKltf6du6HvSxNkOvM_El/view?usp=sharing

3.अंक ज्योतिष

https://drive.google.com/file/d/1_NQxsjR2OA9qihuYVN-jQwZsR-lFfDzs/view?usp=sharing


Post a Comment

0 Comments

Ved